तुम हमारा साथ दोगे, सब कहने की बातें हैं !
उम्र भर साथ रहोगे ?, सब कहने की बातें हैं !
दिमाग मे चलनें वाला वल्वला है ये, ना कोई दिवानापन !
मन का भटकना है ये फ़ितुर दिल का, ना कोई बंजारापन !!
उभरता है हर बार उल्टा, अक्स असली आइनें मे ही !
सच बोलता है, हर पल आईना, सब कहनें की बातें है !!
तुम हमारा साथ दोगे......
बिछ्डकर किसी ना किसी से हम, जीते रहते हैं हरपल !
करके बहाना मातम का हम, बस्स पीते रहते हैं हरपल !!
जीने वालों का साथ देते नही, मरनें वाले की बात क्या !!
प्यार, वफ़ा, दोस्ती और रिश्ते , सब कहने की बातें हैं !!
तुम हमारा साथ दोगे......
किसी के दामन मे फूल सजाना, सब से नहीं होता !
किसी के आंसु अपनी आंख मे लेना, सब से नहीं होता !
दौलत के गुरुर में सबके, कटवा देना इक इक हाथ !
"फ़राज़" इश्क की मिसाल बनाना, सब कहनें की बातें है !!
तुम हमारा साथ दोगे......
राहुल उज्जैनकर "फ़राज़"
उम्र भर साथ रहोगे ?, सब कहने की बातें हैं !
दिमाग मे चलनें वाला वल्वला है ये, ना कोई दिवानापन !
मन का भटकना है ये फ़ितुर दिल का, ना कोई बंजारापन !!
उभरता है हर बार उल्टा, अक्स असली आइनें मे ही !
सच बोलता है, हर पल आईना, सब कहनें की बातें है !!
तुम हमारा साथ दोगे......
बिछ्डकर किसी ना किसी से हम, जीते रहते हैं हरपल !
करके बहाना मातम का हम, बस्स पीते रहते हैं हरपल !!
जीने वालों का साथ देते नही, मरनें वाले की बात क्या !!
प्यार, वफ़ा, दोस्ती और रिश्ते , सब कहने की बातें हैं !!
तुम हमारा साथ दोगे......
किसी के दामन मे फूल सजाना, सब से नहीं होता !
किसी के आंसु अपनी आंख मे लेना, सब से नहीं होता !
दौलत के गुरुर में सबके, कटवा देना इक इक हाथ !
"फ़राज़" इश्क की मिसाल बनाना, सब कहनें की बातें है !!
तुम हमारा साथ दोगे......
राहुल उज्जैनकर "फ़राज़"
No comments:
Post a Comment