Wednesday, October 23, 2013
Monday, October 21, 2013
तस्वीर से मोहब्बत कर बैठा
मेरा दिल इक मासूम पतंगा......, शोले से उल्फत कर बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें, तस्वीर से मोहब्बत कर बैठा
सारे नज़ारे बदल गये, रंग ओ बू के इशारे बदल गये
संगीन था दिल का आलम, सब वो रंगीन कर बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें........
वो चांद जो साथ चांदनी के, मुझे जलया करता था
देख मेरी उजली चांदनी...., आज अमावस कर बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें........
दिवानगी है ये तेरे इश्क की, आग भी पानी लगती है
मेरी आंख से बहता कतरा... , आज समंदर बन बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें........
लब गुलाब के फूल हो जैसे, या कोई चश्मा–ए-इश्क
फ़राज़ जाने किसके नाम ये, दिल की दौलत कर बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें........
राहुल उज्जैनकर फ़राज़
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें, तस्वीर से मोहब्बत कर बैठा
सारे नज़ारे बदल गये, रंग ओ बू के इशारे बदल गये
संगीन था दिल का आलम, सब वो रंगीन कर बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें........
वो चांद जो साथ चांदनी के, मुझे जलया करता था
देख मेरी उजली चांदनी...., आज अमावस कर बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें........
दिवानगी है ये तेरे इश्क की, आग भी पानी लगती है
मेरी आंख से बहता कतरा... , आज समंदर बन बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें........
लब गुलाब के फूल हो जैसे, या कोई चश्मा–ए-इश्क
फ़राज़ जाने किसके नाम ये, दिल की दौलत कर बैठा
भेजी थी इक तस्वीर किसीनें........
राहुल उज्जैनकर फ़राज़
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प्यार वफ़ा इश्क की बातें, तुम करोगे ?प्यार वफ़ा इश्क की बातें, तुम करोगे ?
प्यार वफ़ा इश्क की बातें, तुम करोगे ? इमानो दिल,नज़ीर की बातें तुम करोगे ? तुम, जिसे समझती नही, दिल की जुबां मेरी आँखों मे आँखें डाल,बातें तुम...
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लाल सुर्ख है उसके पांव की मेहंदी,जरा देख तो लूं क्या किया है कमाल मेरे खूने जिगर ने,जरा देख तो लूं मद्दतों मेरे पहलू में रहा ...