Sunday, December 05, 2021

नासूर क्यों बना लिया तुमने ?

ज़ख्मे नासूर क्यूँ बना लिया तुमनें
मुझसे दिल क्यूँ लगा लिया तुमनें

हर घड़ी बिखरते हैं अब अरमां तेरे 
मुझको बाहों में क्यूँ सजा लिया तुमनें

अश्क ही अश्क हैं,अब आंखों में तेरी
मुझको आंखों में क्यूँ सजा लिया तुमनें

सज़दे करने से तुम्हे,हुआ क्या हासिल 
मुझको माथे पे,क्यों सजा लिया तुमनें

एक अदद रोशनी की तलाश थी तुमको
बुझा हुआ चिराग क्यों सजा लिया तुमनें 

कुछ नहीं ,बस इक नश्तर है, फ़राज़ 
दिल के कोने में क्यूँ सजा लिया तुमनें 
©®राहुल फ़राज़
Dt: 4 may 2018

No comments:

Post a Comment

प्यार वफ़ा इश्क की बातें, तुम करोगे ?प्यार वफ़ा इश्क की बातें, तुम करोगे ?

प्यार वफ़ा इश्क की बातें, तुम करोगे ? इमानो दिल,नज़ीर की बातें तुम करोगे ? तुम, जिसे समझती नही, दिल की जुबां मेरी आँखों मे आँखें डाल,बातें तुम...