अरमानों का मेरे गुलशन खिला, तुझे देखनें के बाद
तुझको पाने की तमन्ना जाग उठी,तुझे देखनें के बाद
चॉंद सी सूरत है और तारों सी मुस्कुराहट है
खुदा की हर नयमत देखली,तुझे देखनें के बाद
तुझको नां पा सके 'फराज', तो खुदा ये हो जाये
दम तभी निकले मेरा,दम भर तुझे देखनें के बाद
राहुल उज्जैनकर 'फराज'
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