जर्द चेहरे पर हंसी आज ये लायी किसनें
तश्नगी लब की मेरे फिर से जगायी किसनें
किसके ख्वॉबों में ,मैं रहता हूं खोया- खोया
दिल में मेरे नयी चाहत, ये जगाई किसनें
कौन आता है ये छम - छम की, सदाओं के साथ
बिते लम्हों को मेरे 'फराज', आवाज ये लगायी किसनें
राहुल उज्जैनकर ''फराज''
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